nimbu ki kheti kaise karen
आज इस पोस्ट में हम बात करने जा रहे हैं नींबू की खेती के बारे में नींबू की खेती किस प्रकार की जाती है इससे कितनी आमदनी कि जा सकती है और कितनी बार फल देता है इसमें कौन कौन से रोग होते हैं,
पोस्ट में इन सब बातों पर बात करेंगे अक्सर किसान को अच्छी उपज नहीं मिलने पर किसान निराश हो जाता है पारंपरिक खेती के साथ नींबू की बागवानी भी कर सकते हैं, नींबू की बागवानी करना है एक अच्छा विकल्प है बस किसान को कुछ वैज्ञानिक तरीकों से खेती करनी होती है।
जिससे हम नींबू की खेती कर सकते हैं और अच्छे आमदनी कर सकते हैं, आज के समय में नींबू की मांग बहुत बड़ी है जिससे हर कोई किसान नींबू की खेती करना चाहता है
नींबू की खेती में हमे खर्चा करने की आवश्यकता नहीं होती बस कुछ चीजों का देखभाल करनी होती है समय-समय पर पेड़ पौधों की कटाई गुड़ाई करनी होती है नींबू के पौधे को हम घर पर भी तैयार कर सकते हैं नींबू के पौधे को घर पर तैयार कैसे करें।
नींबू की पौधों को घर पर तैयार कैसे करें
-नींबू का पौधा घर पर तैयार करने के लिए सबसे पहले आपको एक अच्छे किस्म का नींबू लेना होगा, जिसे काटकर उसके बीज निकाल ले और उन बीजों को 1 दिन के लिए पानी में छोड़ दें और उन्हें दूसरे दिन अच्छे से साफ करके मिट्टी में थोड़ा खाद डालकर छोड़ दें और उसमें 3 से 4 दिन में थोड़ा थोड़ा पानी डालते रहें 15 दिन बाद बीच में से पौधा निकलना शुरू हो जाएगा और महीने बाद वह पौधा खेत में लगाने लायक हो जाएगा।
कटिंग से नींबू का पौधा तैयार कैसे करे ?
कटिंग से नींबू का पौधा तैयार करने के लिए सबसे पहले हमें स्वस्थ पौधे के पास जाकर उसकी एक पुरानी टहनी काटनी होगी जो पेंसिल की शादी होनी चाहिए उसे नीचे से छील लेंगे, और उसे मिट्टी में लगाकर पॉलिथीन से पैक कर देंगे ताकि उसमें हवा ना जा सके और उसे छाया वाले स्थान पर रख देंगे,
15 से 20 दिन बाद उसमें से छोटी-छोटी पत्तियां निकलने लगेगी और एक महीने बाद तने में से जड़े निकलना प्रारम्भ हो जाएगी फिर उसे स्थान पर लगा सकते हैं। जहां आपको पौधा लगाना है।
गुठी विधि से नींबू का पौधा तैयार करना:-
गुट्टी निर्माण से नहीं वह पौधा तैयार करने के लिए हमें स्वस्थ पेड़ की डाली पर से उसकी 1 सेंटीमीटर दूरी पर से छाल हटानी होगी, और उसे अच्छी तरह साफ कर कर उसके ऊपर हाथ लगाकर पॉलिथीन से बांध देना होगा थोड़े दिनों बाद में टहेनी में से जड़े निकालना आरंभ हो जाएगी फिर उसे खेत में लगा जा सकता है।
नींबू के लिए उपयुक्त जलवायु कोनसी है
नींबू एक बारहमासी पौधा है जिसे हम कहीं पर भी लगाया जा सकता है यह यह पौधा भारत के में कहीं पर भी लगाया जा सकता है
इसे काली मिट्टी पसंद है इसके लिए जलवायु शुष्क पसंद है पर साथ ही दिनों में नींबू के पौधे की अच्छी ग्रोथ होती है जिसमें नींबू मैं बहुत सारे फूल आते हैं नींबू के पौधे को सामान्य तापमान 20 से 40 डिग्री सेल्सियस तक अनुकूल होता है जिसमें नींबू का पौधा अच्छी बढ़त हासिल करता है
नींबू के लिए मिट्टी:-
नींबू के पौधे के लिए ज्यादातर काली मिट्टी का उपयोग किया जाता है, इस पौधे मैं पानी का निकास अच्छा होना चाहिए पेड़ में पानी भरना नहीं चाहिए मिट्टी रेतीली होनी चाहिए जिससे नींबू का पौधा अच्छे से वृद्धि कर पाए।
नींबू की खेती का समय:-
नींबू की खेती करने का सही समय मार्च-अप्रैल और जून जुलाई होता है जिसमें नींबू अच्छी तरह से फल देता है और ऊपर अच्छी हो जाती है,
खेती की तैयारी कैसे करें:-
नींबू की खेती तैयारी करने के लिए सबसे पहले हमें उसकी पौध करनी होती है फिर पौध को खेतों में लगाई जाती है ,पौध 1 महीने में खेत में लगने के लिए तैयार हो जाती है फिर वह 3 से 4 साल में फसल देना आराम कर देती है।
नींबू की उन्नत किस्में:-
कागजी:-
चक्रधर:-
नींबू की एक उन्नत किस्मौ की में एक है यह भी साल भर में नींबू देने के लिए अच्छी किस्में हैं
Table of Contents
नींबू की खेती में सिंचाई:-
सामान्य नींबू के पौधों में सिंचाई गर्मियों में 3 से 4 दिन में कर देनी चाहिए और सर्दियों में 10 से 15 दिन में गर्मियों में नींबू के पौधों को पानी की ज्यादा आवश्यकता होती है और सर्दियों में पानी की कम आवश्यकता होती है
नींबू में लगने वाले रोग और निदान:-
सामान्यत नींबू के पौधों में रोग बहुत कम लगते हैं लेकिन बरसात के दिनों में और ठंड के दिनों में नींबू के पौधों पर कुछ कीटों का असर होता है जिसमें से मुख्य रोग निम्न प्रकार है: -सफेद मक्खी ,लीफ माइनर, लीफ कर्ल ।
नींबू में लगने वाले रोगों का निदान:
सफेद मक्खी और लीफ माइनर रोग को रोकने के लिए इमिडाक्लोप्रिड(imidachloropid 17.8 SL) का छिड़काव 1 लीटर में 0.5 Ml का उपयोग कर छिड़काव कर सकते हैं जिससे सफेद मक्खी और लीफ माइनर जैसे रोगों का निदान कर सकते हैं।
नींबू की खेती से कमाई:-
नींबू की खेती एक आमदनी का अच्छा स्रोत है जिससे लघु किसान कम स्थान पर भी नींबू की खेती कर कर अच्छी आमदनी उठा सकता है नींबू के 1 पौधों से 20 से 30 किलो नींबू प्राप्त कर सकते हैं और एक हेक्टेयर जमीन में लगभग 5 से 8 टन नींबू प्राप्त कर सकते हैं जिन्हें हम मंडी में 30 से ₹40 किलो के भाव से बेच सकते हैं जिससे हम सालाना 1,50,000 से 3,50,000 तक आमदनी कर सकते हैं।
नींबू की खेती के लिए सही जलवायु:-
नींबू की खेती करने के लिए जलवायु नमी वाली होनी चाहिए जहां पर तापमान 20 से 45 celcius होना चाहिए और बरसात 70 से 180 cm चाहिए, जहां पर नींबू की खेती अच्छी होती है। ज्यादा बरसात के वाले इलाके में और ज्यादा सर्दी वाले इलाके में नींबू की फसल में पैदावार में कमी आती है।
नींबू की खेती करते समय क्या सावधानियां रखनी चाहिए:-
नींबू खेती करते समय हमें पौध जब खेत में लगाते हैं तो पौधे से पौधे की दूरी 3 फीट होनी चाहिए और 1 एकड़ में करीब 100-150 पौधे होने चाहिए जिनकी रोपाई 50cm×50cm×50cm होनी चाहिए।
नींबू के पौधा रोपण के समय खाद और उर्वरक:-
नींबू के पौधों में खाद का समय सबसे पहले जब हम पौधे तैयार करते हैं, तो करीब 2 महीने पहले जहां हमें पौध लगानी है उनके गड्ढों में वर्मी कंपोस्ट और 5 किलो गोबर खाद और 20 ग्राम नाइट्रोजन और 20 ग्राम पोटेशियम डालना होता है जब हमारी पौध तैयार हो जाती है तो हमें उसे गड्ढों में लगा दें, फिर जब पौध 1 साल की हों जाते हैं तो उन पौधों में वापस खाद डाला जाता है,
तब उसमें 10 से 15 किलो गोबर का डाली जाती है इस प्रकार से साल में दो बार खाद डाल सकते हैं, नींबू के पौधों में खाद डालने का सबसे सही समय सितंबर से अक्टूबर और अप्रैल से मई में हम नींबू के पौधे में खाद डाल सकते हैं,
नींबू की खेती करने के लाभ:-
नींबू की खेती करना एक अच्छा विकल्प है जिसे कोई भी कर सकता है नींबू खेती मैं कुछ चीजों ध्यान रखना चाहिए जो मैंने अपनी पोस्ट में ऊपर बता दिया है जिसे आप ध्यान पूर्वक पढ़ें होंगे नींबू से बहुत सारी बीमारियों ठीक होती है।
नींबू इम्यूनिटी बूस्टर के रूप में काम आता है जिस प्रकार कोरोना नींबू का प्रयोग किया गया था,नींबू में विटामिन सी की भरपूर मात्रा पाई जाती है जिसे हम शरीर में विटामिन सी की मात्रा बढ़ा सकते हैं और इम्यूनिटी बढ़ा सकते हैं ,
विटामिन सी का काम त्वचा से संबंधित सभी बीमारी में काम आती है जो में नींबू हों जाती हैं, जैसे कि हम सभी जानते हैं कि स्वस्थ्य रहने के लिए नींबू का सेवन करना काफी अच्छा माना जाता है। नींबू विटामिन सी (Vitamin-C) से भरपूर फल है। इसमें कई तरह के औषधीय गुण पाए जाते हैं।